HPAS/HAS Mains 2025 Hindi Question Paper

by Raman Academy

1. किसी एक विषय पर लगभग 700 शब्दों में सारगर्भित निबंध लिखिए: 30

  1. (क) विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR): आवश्यकताएँ और शंकाएँ
  2. (ख) स्टैंडअप कॉमेडी: कॉमेडी या विकृति
  3. (ग) पर्यटन पर नियंत्रण की ज़रूरत और चुनौतियाँ
  4. (घ) वैश्विक स्तर पर बढ़ता आर्थिक संघर्ष

2. अनुवाद 10 + 10

(क) निम्नलिखित गद्यांश का हिंदी में अनुवाद कीजिए: 10

Across India and South Asia, women have long been at the forefront of movements resisting unjust development, extractivism and climate degradation. They have led protests against destructive mining, dams and infrastructure projects. Yet, when it comes to decision making, these women are largely invisible. From the forests of Orisha to the coastlines of Tamil Nadu, women have led some of the most sustained resistance movements. In Sijimali (Orisha), women continue to protest mining projects threatening their forest-based way of life, often facing police violence. In Jharkhand, Adivasi women in Dewas are blocking coal mining operations to protect ancestral land. In Tamil Nadu, women from fishing communities have been at the forefront of protests against the Kundankulam Nuclear Power Plant. These movements represent a powerful assertion of community-led development and environmental protection rooted in lived realities. Despite being central to the resistance, women are systematically excluded from consultations, especially those that claim to uphold free, prior and informed consent (FPIC). In many cases, community meetings and decision on land are dominated by men, while women, who bear the disproportionate burden of displacement and environmental degradation, are sidelined. Women’s perspectives are also frequently devalued or dismissed as emotional, despite being rooted in acute socio-environmental knowledge. In Bangladesh’s Phulbari, women resisted an open-pit coal mining project, enduring police crackdowns while organizing mass mobilisations. In India’s Narmada Bachao Andolan, Medha Patkar’s leadership brought global attention to devastating impact of dams. Yet policies designed in response to such movements have often remained blind to the gendered impacts of displacement.

(ख) निम्नलिखित गद्यांश का अंग्रेज़ी में अनुवाद कीजिए: 10

हिंदी के विरोध में हाल ही का आंदोलन जिस शिकायत को लेकर शुरू हुआ, वह किस कदर झूठ पर आधारित है, इसे समझने-समझाने के लिए दिमाग पर बहुत जोर डालने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सरकार ने पाँच वर्ष पूर्व नई शिक्षा नीति की घोषणा की थी। इसमें भाषा से जुड़े दो महत्वपूर्ण बिंदु थे जिन पर शिक्षाविदों भाषाविदों में आम तौर से सहमति थी। इसने प्राइमरी शिक्षा मातृभाषा के माध्यम से देने की बात कही और माध्यमिक शिक्षा के दौरान हर छात्र के लिए अपनी मातृभाषा के अलावा एक विदेशी और एक भारतीय भाषा पड़ना अनिवार्य कर दिया। यह भारतीय भाषा जरूरी नहीं कि हिंदी ही हो, मसलन तमिलनाडु में यह कन्नड़ या तेलुगु हो सकती थी। किसी ठोस तर्क की अनुपस्थिति में तमिलनाडु के अनेक प्रतिष्ठित लोग जनता के बीच यह कहते हुए गए कि उनके बच्चों पर हिंदी थोपी जा रही है और जैसा कि ऐसे मामलों में होता है, किसी ने पूरे दस्तावेज को गंभीरता से पढ़ने की जरूरत नहीं समझी और हिंदी विरोधी तमिल राजनीति एक बार फिर से भड़क उठी। किसी ने उनसे यह नहीं कहा कि तमिल बच्चों को हिंदी नहीं पढ़ाना चाहते तो न पढ़ाएं, उसकी जगह दूसरी भाषा पढ़ाएँ । यदि उन्हें कई भारतीय भाषाओं के साथ हिंदी का भी विकल्प दिया जाएगा तो सभी जानते हैं कि वे हिंदी ही पढ़ेंगे । महाराष्ट्र ने जरूर एक रणनीतिक भूल कर दी, उसने तीसरी भाषा के रूप में हिंदी को अनिवार्य कर दिया। इससे कुछ राजनीतिज्ञों को हिंदी बनाम मराठी का विवाद खड़ा करने का मौका मिल गया। वहीं अब हिंदी को अनिवार्य के स्थान पर ऐच्छिक कर दिया गया है और भविष्य बताएगा कि छात्र स्वयं ही उसे चुन रहे हैं। इस बार के भाषा – आंदोलन की एक खास बात है, जिसे रेखांकित किया जाना चाहिए: वह है हिंदी प्रेमियों की संतुलित प्रतिक्रिया जो सन् 1965 में हुई प्रतिक्रिया से अलग है।

3. व्याख्या 10 + 10

(क) निम्नलिखित कविता की व्याख्या कीजिए: 10

मखमल के झूल पड़े हाथी-सा टीला
बैठे किंशुक छत्र लगा बाँध पाग पीला
चँवर सदृश डोल रहे सरसों के सर अनंत
आए महंत वसंत ।

श्रद्धानत तरुओं की अंजलि से झरे पात
कोंपल के मुँदे नयन थर-थर-थर पुलक गात
अगरु धूम लिए घूम रहे सुमन दिग-दिगंत
आए महंत वसंत!

खड़ खड़ खड़ताल बजा नाच रही बेसुध हवा
डाल डाल अलि पिक के गायन का बँधा समा
तरु तरु की ध्वजा उठी जय-जय का है न अंत
आए महंत वसंत !

(ख) निम्नलिखित गद्यांश की व्याख्या कीजिए: 10

आज प्रेमचंद के साहित्य को किसी भी तरह पढ़ा जा सकता है — साहित्यि-कृतियों के तौर पर, समाजशास्त्र की पुस्तक के तौर पर, प्रगतिशीलता, उद्देश्यात्मकता अथवा सामाजिक परिवर्तन के ‘शस्त्र’ के तौर पर या एक ‘बंद पाठ’ के तौर पर जिसमें अर्थ हमेशा के लिए निश्चित हो चुके हैं अथवा ‘ओपन टेक्स्ट’ के रूप में जिसके कोड्स खोलने की ज़रूरत है। या उसमें से प्रेमचंद को ग़ायब या ‘लेखकीय आशय’ को नज़रंदाज़ करके एक ‘फ़्लोटिंग अंतरपाठ’ के रूप में जिसमें से पाठक अपनी मानसिकता के अनुरूप अर्थ बरामद करता है । इसमें दलित चेतना, नारी मुक्ति या अन्य सबाल्टर्न (उपपाठ) भी तलाश किए ‌जा सकते हैं। राजनीतिक दल या नेता अपने निहित स्वार्थों और प्रतिबद्ध लेखक अपने उद्देश्यों के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। शायद बड़ी कृतियों की यही पहचान है कि वे अपने समय और पाठ की सीमाओं को पार कर जाती हैं।

4. (क) मुहावरे: उचित वाक्य-प्रयोग कीजिए 5

  1. हाथ-पैर मारना
  2. दिल भर आना
  3. मुट्ठी गर्म करना
  4. क़दम उखड़ना
  5. कान भरना

4. (ख) निम्नलिखित वाक्यांशों के लिए एक-एक उपयुक्त शब्द लिखिए: 5

  1. अधिकारिक रूप से राज्य को मिलनेवाला धन
  2. किसी बात को जानने की इच्छा
  3. किसी टूटी-फूटी वस्तु या भवन को फिर से बनाना
  4. एक वस्तु के बदले दूसरी वस्तु का दिया जाना
  5. चिरकाल तक बना रहनेवाला

4. (ग) शुद्ध वर्तनीवाले दस शब्दों को चुनकर लिखिए: 5

निरूपण, नि:शब्द, विव्हल, निक्रष्ट, स्तोत्र, एक्य, नृशंस, प्रच्छन्न, आर्द्र, तादात्म, जबाव, वर्णशंकर, उदंड, अविछिन्न, पृथक्करण, पियूष, भीरु, माहात्म्य, धनाड्यता, तद्रूप, स्वार्थपारायण, बुभुक्षित, पातिवृत्य, समादृत, पैत्रिक, झौंपड़ी, निशेचन, आँदोलन, व्यक्तिक, मूर्छित

5. व्याकरण/रूपांतरण

(क) कोष्ठक में दिए गए निर्देशानुसार वाक्यांतरण कीजिए: 5

  1. पिताजी ने मुझसे पूछा कि तुम वहाँ क्यों गए थे। (सरल वाक्य में बदलिए)
  2. अधिक बर्फबारी के कारण इस बार पर्यटक कम आए। (संयुक्त वाक्य में बदलिए)
  3. ऐसी फ़िल्में देखने में वक्त क्यों बरबाद किया जाए? (निश्चयवाचक में बदलिए)
  4. तुम्हारी पुस्तक मेरे पास नहीं है। (प्रश्नवाचक में बदलिए)
  5. तुमने संगीत किससे सीखा था? (कर्मवाच्य में बदलिए)

(ख) उपयुक्त उपसर्गों का उपयोग करते हुए निम्नलिखित शब्दों से विशेषण शब्द बनाइए:

  1. विकार
  2. रोग
  3. तल
  4. डौल
  5. कूल
  6. अंत
  7. चूक
  8. मोल
  9. भावना
  10. खुला

(ग) निम्नलिखित शब्दों को ध्यानपूर्वक पढ़िए:

खिन्न, निस्तब्ध, क्षति, विद्रोह, कायर, विस्मित, अवसन्न, भग्न, उद्यत, सन्नद्ध, उद्विग्न, अकिंचन, बुज़दिल, ध्वस्त, तकरार, गदर, खटपट, बेकल, स्तब्ध, वंचक

ऊपर दिए शब्दों में से उपयुक्त शब्दों का चुनाव करके निम्नलिखित के दो-दो समानार्थी लिखिए :

  1. (i) डरपोक
  2. (ii) नष्ट
  3. (iii) झगड़ा
  4. (iv) आकुल
  5. (v) उदास

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