1. किसी एक विषय पर लगभग 700 शब्दों में सारगर्भित निबंध लिखिए :
- स्थानीय संस्कृति पर उपभोक्तावाद का प्रभाव
- महिला आरक्षण के दूरगामी प्रभाव
- भारतीय युवा: आभासी दुनिया और वास्तविकता का द्वन्द्व
2. (क) निम्नलिखित गद्यांश का हिन्दी में अनुवाद कीजिए:
Abraham Lincoln, the greatest American leader who fought against slavery and whose life paralleled that of the Mahatma in certain respects, said at this point. “There is one thing that I would like to say: happiness comes from a family’s prosperity at various levels. God’s grace gives bliss to human lives. Happiness and bliss are two important components of a godly life on the earth. Perhaps there is so much conflict between people and nations because in our pursuit of prosperity and power we have lost sight of ethical values. We must ask ourselves, what is the role of human consciousness? Does it have a part in political thinking, scientific thinking and theological thinking? Is spirituality acceptable in the business of life?”
2. (ख) निम्नलिखित हिन्दी गद्यांश का अंग्रेजी में अनुवाद कीजिए:
प्राकृतिक खेती हमारी परंपरा से जुड़ी हुई है और अब यह समय की माँग बन चुकी है। खेती के आधुनिक तौर-तरीके अपनाकर हमने अपनी खाद्य जरूरतों को तो पूरा कर लिया, लेकिन रसायन के अंधाधुंध प्रयोग की वजह से हमारी धरती और हमारे जीवन पर इसका बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है। रासायनिक खेती के कारण धरती की घटती उर्वराशक्ति और बढ़ते प्रदूषण ने पूरी दुनिया को चिंता में डाल दिया है। इसका समाधान हमारी परंपरागत खेती यानि प्राकृतिक खेती में मौजूद है। अब भारत में इस ओर ध्यान दिया जा रहा है। इस तरीके से की जानेवाली खेती की फ़सलों में जलवायु परिवर्तन की भार को सहने की ताकत रहती है। इसमें लागत कम आती है. पानी की बचत होती है और उत्पादन भी बढ़ जाता है।
3 (क) निम्नलिखित काव्यांश की व्याख्या कीजिए:
निबिड़ अविद्या से मन मूर्छित
तन जर्जर है भूख-प्यास से
व्यक्ति-व्यक्ति दुख-दैन्य ग्रस्त है
दुविधा में समुदाय पस्त है
लो मशाल, अब घर-घर को आलोकित कर दो
खुश होंगे हम..
इन निर्बत बाँहों का यदि उपहास तुम्हारा
क्षणिक मनोरंजन करता हो
खुश होंगे हम ।
3 (ख) निम्नलिखित गद्यांश की अपने शब्दों में व्याख्या कीजिए
अर्थ सदा से शक्ति का अंध-अनुगामी रहा है। जो अधिक सबल था, उसने सुख के साधनों का प्रथम अधिकारी अपने आपको माना और अपनी इच्छा और सुविधा के अनुसार ही धन का विभाजन करना कर्तव्य समझा। यह सत्य है की समाज बनने के उपरांत उसके विकास के लिए प्रत्येक व्यक्ति को, चाहे वह सबल रहा चाहे निश्चंत मेधावी था चाहे मंदबुद्धि, सुख से नहीं तो जीवन निर्वाह के साधन देना आवश्यक-सा हो गया परंतु यह आवश्यकता भी शक्ति की पक्षपातिनी ही रही। सबल ने दुर्बलों को उसी माया निर्वाह की सुविधाएँ देना स्वीकार किया, जिस मात्रा में वे उसके लिए उपयोगी सिद्ध हो सकें। इस प्रकार समाज की व्यवस्था में भी वह साम्य न आ सका जो सबके व्यक्तित्व को किसी एक तुला पर तोलता ।
4 ( क) निम्नलिखित शब्दों को ध्यान से पढ़िए:
सामर्थ्य, दरख्त, अभ्यागत, काया, शक्ति, चौकस, दुरुस्त, कांतार, तन्मयता, विटप, भाग,
अँखुआ, समग्र, आलंब, सतर्क, पाहुन, घटक, तन्मय, क्षिप्र, अकिंचन, स्वायत्त, अंतर्धान
ऊपर दिए शब्दों में से उपयुक्त शब्दों का चुनाव करके निम्नलिखित के दो-दो पर्यायवाची लिखिए :-
(i) मेहमान (ii) वृक्ष (iii) सावधान (iv) अंग (v) क्षमता
4 (ख) संधि विच्छेद कीजिए:-
- सन्मति
- भावुक
- मतैक्य
- दुस्साहस
- तल्लीन
- मनोयोग
- अनुच्छेद
- अन्वेषण
- नीरस
- यथेष्ट
4 (ग) निम्नलिखित के लिए एक-एक शब्द लिखिए:
- बहुत बढ़ा-चढ़ा कर कहना
- जो अपनी जगह से अलग कर दिया गया हो
- किसी बात को जानने की इच्छा
- तर्क के आधार पर सही सिद्ध होनेवाला
- कम खर्च में काम चला लेनेवाला
5(क) निम्नलिखित शब्दों से भाववाचक संज्ञाएँ बनाइए :
राजा, बहना, चतुर, नेता, स्वस्थ, उतरना, अकुलाना, उचित, बड़ा, मर्द
5(ख) निम्नलिखित मुहावरों के उपयुक्त वाक्य-प्रयोग कीजिए :
- नाक-भौं सिकोड़ना
- आवाज बुलंद करना
- काम तमाम करना
- जी छोटा करना
- खाक छानना
5. (ग) निर्देशानुसार वाक्य परिवर्तन कीजिए:
- राम के अयोध्या वापस आने पर आनंदोत्सव मनाया गया। (मिश्र वाक्य में बदलिए)
- जिस घर में बुजुर्ग नहीं होते, वहाँ बरकत नहीं होती। (साधारण वाक्य में बदलिए)
- मुझे पता ही नहीं चला कि तुम आए हो। (संयुक्त वाक्य में बदलिए)
- जब तुम चलो तो मुझे फोन कर देना। (साधारण वाक्य में बदलिए)
- मेहनत करनेवाले विद्यार्थी को सभी शिक्षक प्यार करते हैं। (मिश्र वाक्य में बदलिए)